भारतीय विज्ञान प्रौद्योगिकी और इंजीनियरिंग सुविधाएं मानचित्र (आई-एसटीईएम)जो किआर एंड डी सुविधाओं को साझा करने के लिए राष्ट्रीय वेब पोर्टल है। उसे जनवरी 2020 में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लॉन्च किया गया था। आई-एसटीईएम (www.istem.gov.in) सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के कार्यालय की एक पहल है। जो कि प्रधानमंत्री विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार सलाहकार परिषद (पीएम-एसटीआईएसी) मिशन के तहत काम करता है। आई-एसटीईएमपरियोजना को 2026 तक पांच साल के लिए विस्तार दिया गया है और उसनेअतिरिक्त सुविधाओं के साथ अपने दूसरे चरण में प्रवेश किया है।
आई-एसटीईएम का उद्देश्य देश में अनुसंधान और विकास का इकोसिस्टम विकसित करना है।इसके तहत शोधकर्ताओं को संसाधनोंसे जोड़ना है। जिसके जरिए प्रौद्योगिकियों और वैज्ञानिक उपकरणों का स्वदेशी स्तर पर विकास को बढ़ावा मिल सके और इसके लिए अनुसंधानकर्ताओं को जरूरी आपूर्ति और सहयोग देना है। इसके तहत आई-एसटीईएम वेब पोर्टल के जरिए उन्हें देश मेंसार्वजनिक रुप से वित्त पोषित अनुसंधान और विकास की सुविधाएं मिल सकेगी।
पहले चरण में, पोर्टल से देश भर के 1050 संस्थानों के 20,000 से अधिक उपकरणों को जोड़ा गया है। शोधकर्ता आई-एसटीईएम पोर्टल के जरिए उपकरणों के लिए स्लॉट का इस्तेमाल कर सकेंगे, साथ ही वह पेटेंट, प्रकाशन और तकनीकी की भी विस्तृत जानकारी साझा कर सकेंगे।दूसरे चरण के तहत,पोर्टल एक डिजिटल कैटलॉग के माध्यम से सूचीबद्ध स्वदेशी प्रौद्योगिकी उत्पादों की मेजबानी करेगा।
यह वेब पोर्टल पीएसए के कार्यालय द्वारा समर्थित विभिन्न सिटी नॉलेज एंड इनोवेशन क्लस्टर्स (https://www.psa.gov.in/st-clusters) के लिए एक मंच भी प्रदान करेगा ताकि एक साझा एसटीआई इकोसिस्टम पर सहयोग और साझेदारी के जरिए आर एंड डी इंफ्रास्ट्रक्चर के प्रभावी इस्तेमाल को बढ़ाया जा सके। यह छात्रों और वैज्ञानिकों को अनुसंधान परियोजनाओं को शुरू करने के लिए जरूरीऔर चयनित आर एंड डी सॉफ्टवेयर की मेजबानी और उसके इस्तेमाल की सुविधा प्रदान करेगा। अपने नए चरण में आई-एसटीईएम पोर्टल को एक डायनमिक डिजिटल प्लेटफॉर्म के रूप में डिजाइन किया जाएगा। जो विशेष रूप से टियर-2 और टियर-3 शहरों के उभरते स्टार्ट-अप इकोसिस्टम के लिए अनुसंधान और इन्नोवेशन को बढ़ावा देगा।